top of page
Writer's pictureMan Bahadur Singh

शीतकालीन अवकाश में एक सप्ताह का बिहार / झारखंड भ्रमण

Updated: Jun 14

कल से शुरू शीतकालीन अवकाश में सड़क मार्ग से अपनी कार से सपरिवार प्रयागराज से बोध गया (विश्राम), झुमरी तिलैया, बाबा धाम देवघर (विश्राम), भागलपुर (विश्राम), नालन्दा, राजगीर (विश्राम), फिर वापस प्रयागराज की यात्रा प्रस्तावित है।


24 December, 2023

एक सप्ताह की बिहार यात्रा के पहले दिन बोध गया पहुंच कर विश्राम के बाद पारंपरिक भारतीय परिधान धोती कुर्ता में महाबोधी मंदिर के दर्शनार्थ निकलते हुए।

भगवान बुद्ध की तपस्थली व ज्ञान स्थली बोध गया आकर मैं मंत्र मुग्ध रह गया। महाबोधि मंदिर न केवल हमारी आस्था, विश्वास, अध्यात्म व भक्ति का केंद्र है बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता व स्थापत्य शैली का जीवन्त वाहक है। भगवान बुद्ध की कृपा से हम सभी का जीवन ज्ञान व सत्य के प्रकाश से प्रकाशित हो, यही मेरी प्रार्थना है।

25 December, 2023

कल गया के पौराणिक विष्णुपद मंदिर, मंगला गौरी मंदिर और सीता कुंड के दर्शन, पूजन व सुजाता स्तूप के भ्रमण के साथ ही दो दिन की गया/ बोध गया की यात्रा पूरी हुई। अगला पड़ाव राजगीर और नालन्दा ।

26 December, 2023

दशरथ माझी के पुरुषार्थ को सादर नमन ।

भगवान बुद्ध की तपस्थली की यात्रा के बाद जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान महावीर की जन्मस्थली कुंडलपुर, जनपद नालन्दा की यात्रा का सौभाग्य प्राप्त हुआ। साथ साथ 2000 वर्ष पूर्व शिक्षा, ज्ञान और विज्ञान का केंद्र रहे नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष का दर्शन करके गौरव की अनुभूति हुई परंतु उससे अधिक क्षोभ।

27 December, 2023

बोध गया, गया, राजगीर और नालन्दा के बाद देवाधिदेव महादेव की शरण में बाबा धाम देवघर में।







28 December, 2023

एक सप्ताह की बिहार झारखंड यात्रा अपने समापन की ओर है। कल हम लोग राजगीर की रत्नागिरी पहाड़ी पर बने विश्व शांति स्तूप घूमते हुए बाबा धाम देवघर पहुंचे।आज विधि विधान से से पूजा पाठ, रुद्राभिषेक और गठबंधन करके हम लोग विक्रमशिला पहुंचे। विक्रमशिला भी तक्षशिला और नालन्दा की तरह उसी काल खंड में ज्ञान, विज्ञान और उच्च शिक्षा का केंद्र था। विक्रमशिला विश्वविद्यालय के भग्नावशेष देखकर उसके गौरवशाली अतीत का भान होता है। परंतु मुझे दुःख हुआ कि यह क्षेत्र आज विकास की दौड़ में बहुत पिछड़ा हुआ दिखा।

29 December, 2023

एक सप्ताह की बिहार झारखंड यात्रा के अन्तिम चरण में आज हम लोग भागलपुर पहुंच गए हैं। कल भागलपुर से प्रयागराज के लिए प्रस्थान करेंगे। आप लोगों की शुभकामनाएं मिलती रहीं और यात्रा आनंदपूर्वक संपन्न हुई। छुट्टियों में ही दरअसल हम लोग अपने हिसाब से जीते हैं । इस लिए इनका अलग आनंद होता है। नए साल में नई ऊर्जा के साथ मिलेंगे। आप सभी को नए वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं।

भागलपुर से प्रयागराज के लिए प्रस्थान


भागलपुर से 6 बजे निकलकर भागलपुर पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर हम अग्रसित हैं। विगत 2 घंटे लगातार चलते हुए हम 50 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं। यह औसत गडकरी जी के राष्ट्रीय राजमार्ग पर है, जो नीतीश जी के स्टेट मार्गों से बहुत बेहतर है। धन्य हैं बिहार के लोग। गडकरी जी और नीतीश जी को बहुत बहुत धन्यवाद और आभार।

10 views0 comments

Comments


bottom of page